“You are the average of the five people you spend the most time with.” – Jim Rohn

आपका जीवन उन 5 लोगों के जीवन का औसत होता है जिनके साथ आप अपना ज्यदातर वक़्त गुजारते हैं।

यह बात जितनी विचित्र है उतनी ही गंभीर भी है। ये बात हर इंसान के जीवन पर लागु होती है। इसे हम संगती का असर भी कह सकते हैं। मगर ये पाया गया है कि एक इंसान का जीवन लगभग उसी तरह का होता है जैसा उसके साथ रहने वाले लोगों का होता है। उन लोगों का असर आपके जीवन पर ज्यादा पड़ता हैं जिनके साथ आप ज्यादा वक़्त बिताते हैं।

आप ने गौर किया होगा कि अगर दोस्तों के एक समूह में से किसी एक दोस्त के जीवन, आदतें, life style, मानसिक प्रवृति आदि के बारे में आप को बता दिया जाए तो ये अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं होगा कि बाकी के दोस्तों का जीवन स्तर भी लगभग उसी तरह का होता है। और ये बात हर उम्र के लोगों पर लागु होती है। यहाँ तक कि ये बात सिर्फ आपकी संगत ही नहीं बल्कि उस माहौल और परिवेश पर भी लागु होती है जहाँ आप अपना ज्यादा वक़्त बिताते हैं।

सफल लोग अपने परिवेश को बड़ी ही सावधानी पूर्वक चुनते हैं। सफल लोग अपने close circle में ज्यादा सफल लोगों को ही चुनते हैं। और ये एक सोची समझी गयी रणनीति हैं। दरअसल सफल लोग ये जानते हैं कि अगर उन्हें जीवन में और आगे बढ़ना है या अपने काम या बिसनेस में और ऊँचाइयाँ हासिल करनी है तो उन्हें एक ऐसे परिवेश की जरुरत होगी जो ज्यादा सफल लोगों से भरी पड़ी हो।

यही बात आपके निजी जीवन पर भी लागु होती है। आपके जीवन के वातावरण का आप पर गहरा प्रभाव पड़ता है। जरुरी नहीं है कि आप अपने परिवेश के लोगों को पसंद करें या न करें, अगर आपका ज्यादातर समय ऐसे लोगों के बीच गुजरता है जिनकी आदतें या activities जीवन को निचे धकेलती है तो आपका जीवन भी निचले स्तर की ओर जाना शुरू हो जायेगा। इसका अर्थ ये है कि अगर आप मौजूदा जीवन में और आगे बढ़ना चाहते हैं या सफल होना चाहते हैं तो आपको अपनी संगत में भी बदलाव लाना होगा। आइये जानते हैं कि आखिर लोग आप पर असर कैसे डालते हैं?

संगत के असर:

आप की संगत का असर आप पर निम्न तरीके से होता होता है:

  • आपके अवचेतन मन पर (On your subconscious mind)
  • आपकी धारणाओं और मान्यताओं पर (On your belief system & Value system)

सामाजिक प्रभाव (social influence) आपके अवचेतन मन को प्रभावित करता है जो कि फिर आपकी मान्यताओं और धारणाओं को भी बदल देता है। और इसे आप चाह कर भी पूरी तरह टाल नहीं पाते हैं। अगर आप अपने ग्रुप में अपनाये जाना चाहते हैं तो आपको उनकी तरह ही व्यवहार करना पड़ता है अन्यता आपको अपना वो ग्रुप छोड़ना ही पड़ता है।

अब ये समझना कोई मुश्किल बात नहीं है कि अगर आप सफल होना चाहते हैं तो उन लोगो का साथ कीजिये जो आप से ज्यादा सफल हैं। अगर आप एक क्रिकेटर बनना चाहते हैं तो ऐसे माहोल की तलाश करनी होगो जो क्रिकेटर हैं। अगर आप डांसर बनना चाहते हैं तो ऐसे परिवेश को तलाशना होगा जो डांसिंग को support करता हो।

अगर आप ऐसे लोगों के साथ उठते-बैठते हैं जो ambitious, responsible, motivated तथा हमेशा सकारात्मक सोच रखते हैं तो आपका स्वाभाव भी निश्चिर तौर पर उन्ही ही की तरह होना शुरू हो जायेगा। अगर आप अपना weight घटाना चाहते हैं तो आप यही चाहेंगे कि ऐसे दोस्त या व्यक्ति के साथ समय बिताया जाये जो अपने आपको हमेशा ही बिलकुल fit रखता हो और healthy life style अपनाता हो। अगर ऐसे लोग आपकी संगत में हैं जो रोज शाम किसी bar में अपना समय बिताना पसंद करते हों तो इस बात से तब तक कोई फर्क नहीं पड़ेगा की आप अपनी सेहत के लिए कितना फ़िक्र करते हैं जब तक पुराना ग्रुप और पुराणी आदतें न छोड़ दें।

बेशक इसका ये मतलब नहीं है कि आप उन लोगों से रिश्ता तोड़ दें जो किसी तरह से आपके मकसद में सहायक नहीं हैं, इसका मतलब ये हुआ कि आप ज्यादा से ज्यादा उन लोगों के साथ बिताएं जिनकी तरह आप बनना चाहते हैं। सिर्फ ऐसी स्थतियों में ही किसी के साथ आप अपने रिश्ते समाप्त कर सकते हैं जिनकी संगत आपको बुरे तरीके से निचे की और धकेल रहें हों। याद रखिये अगर आप जबरदस्ती ऐसे रिश्तों को अपना रहें हों जो आपके जीवन को आगे बढ़ने में बाधा दाल रहे हैं तो न सिर्फ आप अपना नुक्सान कर रहें हैं बल्कि दुसरे की भी कोई मदद नहीं कर रहे हैं। क्यूंकि जब आप अपने लिए best नहीं हैं तो किसी के लिए भी best नहीं हैं।

अपनी संगत (circle) को कैसे जांचें?

कुछ निम्न तरह के प्रश्न हैं जो आप अपने आप से पुच सकते हैं और जान सकते हैं कि आप की वर्तमान की संगत कैसी है? एक कागज और पेन लीजिये और इन प्रशों के उत्तर लिखिए:

  • आप किस तरह के इन्सान बनना चाहते हैं? आप कब ये कहेंगे कि “This is my best virsion है?

सोचिये की कब आप ये कह पाएंगे कि अगर मैं ऐसा बन जाऊं तो वह मेरा सबसे अच्छा स्वरुप होगा। आपकी qualities क्या होंगी।

  • वर्तमान में कौन वो 5 लोग हैं जिनके साथ अपना सबसे ज्यादा समय बिताते हैं?

वो क्या करते हैं और क्या पसंद करते हैं. उनकी 3 सबसे बड़ी खासियत या qualities क्या हैं.

  • क्या इन 5 लोगों का जीवन आपके उस future virsion के साथ match करता है जो आप बानना चाहते हैं?

क्या इन 5 लोगों की qualities के साथ match करती हैं जो आप अपने आप के future में देखते हैं। क्या ये आपका future बनाने में मदद करते हैं या फिर बाधा डालते हैं। इनकी संगत आपको ऊपर उठाती है या फिर निचे ले जाती है।

  • ऐसे 5 कौन लोग जिनकी अन्दर वही qualities हैं जो आप अपने में लाना कहते हैं?

ऐसे लोगों के बारे में लिखिए जो आपको बहुत प्रभावित करते हैं, उनकी qualities के बारे में लिखिए। ये 5 लोग कोई भी हो सकते हैं। हो सकता है ये past के लोग हों या वर्तमान के महान लोग। इस से कोई फर्क नहीं पड़ता है की वो कोई बड़ा celebrity है या कोई साधारण इंसान, कोई दोस्त है या फिर आपके घर का कोई सदस्य, आपके देश का है या नहीं। ये आपके माता पिता भी हो सकते हैं और विरत कोहली भी, ये सचिन भी हो सकते हैं और Arnold भी।

अपने आइडल (idol) के साथ संगत कैसे करें?

ये एक मजेदार बात होने वाली है. आप यकीं करें या न करें पर आपका आइडल कोई भी हो आप उसकी संगत जरुर और आसनी से कर सकते हैं। इस के लिए निम्न तरीके इख्तियार किये जा सकते हैं:

  1. सीधी वार्तालाप: ये सीधी बातचीत, फ़ोन या ईमेल से भी किया जा सकता है। अगर आप उसे जानते हैं तो कोई ज्यादा मुश्किल नही होगा और यदि आप न जानते हों तो रास्ता खोजना आपका काम है। इस के लिए हो सकता है आपको किसी सेमिनार में जाना पड़े या फिर किसी दोस्त या रिश्तेदार के साथ मिलकर बात करनी पड़े, हो सकता है किसी कम्युनिटी को join करना पड़े। मगर ध्यान रखिये कोई न कोई तरीका ऐसा जरुर होगा जहाँ से आप उस से मिल सकते हैं।
  2. उसके कार्य से सीखकर: ये सबसे ज्यादा उत्तम और आसन तरीका है की आप अपने आइडियल के काम से सिख सकते हैं। उसकी कोई किताब, कोई ट्रेनिंग, कोइ ब्लॉग या कोई TV शो इत्यादि इसके रास्ते हैं।
  • Visualization: ये तरीका तीनो में से सबसे हल्का लग सकता है मगर ये बहुत powerful तरीका है। इसके लिए अभ्यास की जरुरत पड़ती है। जिसके लिए आपको meditation और Visualization में अभ्यास होना चाहिए। इसके लिए आप अपने चहिते आइडल या फिर “God”को visualise करें और अपने मन ही मन उनसे बात करें या प्रशन पूछें। अगर आपको ज्ञात हो तो महान वैज्ञानिक Nikola Tesla से लेकर महान लेखक Napolion Hill तक लोगों ने इसका उपयोग अपने जीवन की महानतम खोजों या कृतियों के लिए किया था।

नए circle के प्रभाव?

जैसे ही आप नए circle को अपनाएंगे तो मात्र 2 सप्ताह में ही आप पाएंगे की आपकी awareness, taste, likes-dislike आदि में बदलाव आ चुके होंगे।

आपके सोचने का level ऊँचा हो चुका होगा। और फिर अपने आप ही पुरानी संगत में समय बिताने का आपका मन नहीं करेगा। यहाँ तक कि आपको ये भी महसूस होगा कि पुराने ग्रुप में अब आप पूरी तरह से fit नही बैठ रहे हैं। आप ये महसूस करेंगे पुराने ग्रुप की बातें और आदतें आपकी दिलचस्पी से अलग है। और ये भी हो सकता है कि अब उसनके आस पास रहना आपको कटाई अच्छा नहीं लगता है।


Manoj Sharma

Writer, Trainer and Motivator

4 Comments

Rajesh rana · May 27, 2018 at 6:29 pm

Very nice

Komal · October 31, 2017 at 9:34 pm

👌👌👌

    Anonymous · November 3, 2017 at 6:14 am

    Nice

कैसे किया AKON ने 8 करोड़ लोगों के जीवन को रौशन? – The Happy Minds · November 17, 2017 at 12:34 pm

[…] क्यूँ चुनें अपनी संगत सोच समझ कर […]

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